Ravish Kumar with Narendra Modi

Modi ji with Ravish Kumar



( कल अर्जेंटीना ने मैच जीतने के बाद जब मैं रात को सोया तब सपने में मैने मोदीजी का इंटरव्यू लिया )


Mi: नमस्ते मोदीजी।

M: राम राम।

Mi: सबसे पहले तो आपके आभार। चाय पे चर्चा में 

     आपका बहुत बहुत स्वागत। रवीश को ना सही 

     आपने हरीश को इंटरव्यू देने केलिए। 

M: मैं तो जनता का सेवक हूं जी। हरी भी सही और रवि भी। 

     और कवि आए तो वो भी। (हंसते है)

Mi: मोदीजी आपका अभिनन्दन की कई अच्छे कानून

     आपने लागू किए है। स्वच्छता पर भी जोर दिया है।     

     विदेश नीति पर भी आपने अच्छा काम किया है। 

     बड़े शहरों में जो धमाके होते थे वह अब नही होते। यह              

     आपके सरकार की अच्छी उपलब्धि है! मीडिया ने यह 

    तक कह डाला की आपने रशिया कॉल करने पर

    यूक्रेन और रशिया का युद्ध एक घंटे केलिए रुका था।  

    बहुत सारे सवाल आम आदमी के जहन में है। मै उम्मीद 

     करूंगा की आप सही से जवाब देंगे।  

                    

M: बेटे पहले यह बताओ यहां कैमरा एंगल कहा है। 

     मेरी तस्वीर अच्छी आनी चाहिए।  

Mi: पेट्रोल पंप हो या कृषि योजना का कार्ड, रेशन की दुकान 

     हो आम का अचार सब जगह आप ही की तस्वीर है। यहां

     तक कल हमारे मोहल्ले में सार्वजनिक शौचालय का 

     उद्घाटन हुआ उस पर भी आप ही का फोटो था। अब हर 

     आदमी आपको देखकर करेगा "हर काम"..

M: यह तो सवासों करोड़ देशवासियों का प्यार है बेटे। यह

     मोदी तो इनके दिल पर छाया हुआ है। पर चाय तो दिखाई 

     नही दे रही है 

Mi: चाय तो आ जायेगी। तब तक हम चर्चा शुरू करते है। 

      अच्छा तो मोदीजी कल फीफा का फाइनल हुआ। लेकिन 

      जश्न तो पूरे हिंदुस्तान में मनाया गया। आखिर क्या 

      वजह है की १.५ बिलियन लोकसंख्या होने के बावजूद        

      फीफा में भारत पीछे है। क्या भारतीय फुटबॉल को 

      राजनीति खा गई।     

M: बहुत अच्छा सवाल पूछा आपने। मैं भी एक जमाने में     

      रेलवे स्टेशन पर फुटबाल बेचता था। छोटे बच्चे आते थे

      उनको मुफ्त में फुटबॉल बांटता था। 

Mi: आप बात को घुमा रहे है मोदीजी।

M: मैने तो पूरी दुनिया घूम ली बेटे…

Mi: आपने किसी लड़की को घुमाया है मोदीजी।

M: अफसोस मै वह नही कर पाया। जिंदगी भारत माता की 

      सेवा में लगा दी। ना मिले फुरसत के रात दिन, यह चांद 

      हमारे नसीब कहा था। 

Mi: अच्छा तो सवाल पर आपस आते है। मोदीजी

      फुटबाल में भारत पीछे क्यों है। 

M: कौन कहता है की भारत फुटबाल में पीछे है। मै पूछना 

     चाहता हूं सवासो करोड़ देशवासियों से। हमारे ज्ञानेश्वर जी 

     कहते थे "यह विश्व ही मेरा घर"। याने कि पूरा वर्ल्ड 

     हमारा घर है। याने की अर्जेंटीना फ्रांस भी हमारा ही घर 

     है कल रात मेस्सी की जीत ही हमारे सौ करोड़

     देशवासियों की जीत है। 


(उसी वक्त विमला सीतारामन मोदीजी की तरफ भाग के आती है)


M: क्या हुआ अर्थ मंत्री जी, इस उमर में भाग क्यों रही है।

Si: मोदीजी, फुटबाल में हम पीछे नहीं है। फुटबाल ही हमारे 

      पीछे है। देखिए मैने एक फुटबाल कीक मारी लेकिन 

      बॉल वही का वही है। 

Mi: वह फुटबाल नही है। वह बड़ा सा पत्थर है मैडम।

Si: लेकिन हम न्यूज में यही दिखायेंगे की वह फुटबाल ही था

     बात खतम। 

Mi: विमला जी इकॉनमी का कैसा हाल है। 

Si: हमारा रुपया नही गिर रहा। डॉलर ही तेजी से बढ़ रहा

     है। 

Mi: मोदीजी यह कैसे लोग भर्ती किए है सरकार में। 

      हमारे पास अभिजीत बैनर्जी जैसे नोबेल विजेता अर्थ 

      ज्ञानी है, रघुराम राजन है। फिर भी ऐसे लोगो को रखकर

      आप अपनी और देश की प्रतिष्ठा को क्यों दाव पर लगा

      रहे है। 

M: देखो बेटे, ज्यादा ज्ञानी आदमी किसीकी सुनता नही, 

     इसलिए भागने वाले घोड़े से बेहतर सुनने वाला गधा

     अच्छा होता है। 

Mi: यह बड़ी अच्छी बात कही आपने। 

M: यार तुमने मुझे आम चूसने वाला सवाल नही पूछा। अक्षय

     ने पूछा था। 

Mi: आम तो बसंत में चूसे जाते है मोदीजी। खैर, 

      जनता का इतना खून चूसा है आपकी पार्टी ने क्या वह 

      कम है। चलिए एक हल्का सवाल पूछता हु। आपकी 

      पसंदीदा फिल्म कौनसी है।

M: मेरी फेवरेट फिल्म…दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे।

Mi: सारे बड़े प्रोजेक्ट गुजरात ले जाएंगे!! खैर मजाक किया

      आपके पसंदीदा अभिनेता तो स्वयं आप ही होंगे। 

M:  किसी जमाने में मै देवानंद साहब का बहुत बड़ा फैन था।

Mi: मोदीजी मै सुशांत का बड़ा फैन था। उसकी 

       हत्या हुई या आत्महत्या ये तो सीबीआई ही जाने। इस 

      केस में आपकी पार्टी ने इतना ढिंढोरा किया। क्या हुआ

      उसका। की केवल कोरोना का फेल्योर छुपाने केलिए 

      कंगना लाई गई। 

M: कौन कहता है की सुशांत मर गया। वो तो लाखो दिलों में 

      जिंदा है। सुशांत हमारी शान थे। पूछिए आप जनता से। 

(उसी वक्त वहा कंगना आती है)

K: मोदीजी चरण स्पर्श

M: जीती रहो बच्ची। 

K: देखिए मैने पूरे करोना काल में मीडिया में झूठ का जादू

    बिखेरा है। सुशांत के मरने का फायदा आप तो जानते 

    है। मुझे पद्मश्री भी दिया इसका धन्यवाद। और सोनू सूद

    के घर ईडी भेजकर आपने बहुत अच्छा किया और 

    पंजाब के किसानों को खालिस्तानी बताकर मैने लाखो

    लोगो को गुमराह किया। 

M: तुमने सचमुच अच्छा काम किया है। पर क्या तुम्हे इसके 

    लिए भारत रत्न चाहिए। 

K: नही, इन दिनों मेरी फिल्में फ्लॉप हो रही है। अभी हमारी 

    पार्टी की फिल्म इमरजेंसी भी आने वाली है। उसमे 

    नेशनल अवार्ड और पद्मभूषण मिल जाता तो अच्छा 

    रहता। 

M: तुम सचमुच मुझसे भी अच्छी एक्ट्रेस हो। हम सोचेंगे। 

Mi: मोदीजी मुझे भी कुछ चाहिए। 

M: तुम्हे क्या चाहिए भाई। 

Mi: मुझे दस हजार का कर्जा चाहिए था। 

M: मेरे पास जहर खाने का पैसा नही है। मै तो फकीर 

     आदमी हु झोला लेके चल पड़ता हु जी। 

Mi: आप अदानी, अंबानी का लाखो करोड़ो का कर्जा माफ 

      कर सकते है लेकिन मुझे दस हजार नही दे सकते। 

K: तुम मेरे भगवान पर उंगली उठा रहे है हो। पता है ना

    हमे आजादी २०१४ में मिली थी। 

Mi: हा गांधी, भगत सिंह ने तो मुंगफलिया बेची थी। 

M: बोलने दे कंगना। बेचारे को तकलीफ हुई है। 

Mi: but you look stunning kangna…

K: देखा आ गए ना फट्टू औकाद पर

Mi: ऐसा मै नही कर रहा था, ऋतिक रोशन ने कहा है

      पूरी बात तो सुन लिया करो। 

K: ohh my silly ex…कह दो उसे पीठ पीछे बोलना अब

     तो बंद कर। 

    (कंगना चली जाती है)

Mi: मोदीजी पेट्रोल के दाम कम नही हुए। कल मेरे दो दोस्तो

      का गाड़ी में पेट्रोल ना होने के कारण ब्रेक अप हो गया। 

      यह महंगाई कब कम होगी। 

M: जिनका भी ब्रेक अप हुआ है मै उन दिल टूटे 

      आशिको के दुख में सहभागी हूं। और मैं दस दस हजार   

       का मुआवजा देने की घोषणा करता हूं। अरे भाई चाय   

       कहा है? 

(उसी वक्त रामदास साठवले जी चाय लेकर आते है)

M: कैसे है आठवले जी?

R: मोदीजी.. ई..मुझे चाहिए पंतप्रधान बनने का मौका

     मै लगा दूंगा विराट कोहली जैसा चौका।

     साठवले जी चले जाते है)

Mi: मोदीजी आपके राजनेता आपको चाय लाके देते है?

M: एक समय मैने सबको चाय पिलाया था। आज वह 

     मुझको चाय पिला रहे है। और पार्टी में इनका स्थान एक   

     नामधारी मंत्री का है, वोट बैंक तो है ही।

Mi: चलो ठीक है। पर मोदीजी बेरोजगारी ने हमारी कमर 

      तोडी है उसका क्या। रेल भरती एमपीएससी के रिजल्ट   

      आने में देरी। विद्यार्थी आत्महत्याएं कर रहे है। राज्य       

      सरकार भी आपके ही पार्टी की है। युवा पीड़ित और   

      गुस्से में है। 

M: ये बड़ा अच्छा सवाल पूछा आपने। पहली बात 

     बेरोजगारी की मुख्य वजह लोकसंख्या का स्तर है। 

    इसलिए हमने लोकसंख्या कानून लगाने पर प्रतिबद्ध है।

Mi: आपने विद्यार्थियों के दुख समझा नही मोदीजी।

M: देखो शरीफ,

Mi: जी मेरा नाम हरीश। 

M: हा जो भी है, रिजल्ट आने में वक्त तो लगता ही है।  

     गर्भ में पले बच्चे को बाहर आने में नौ महीने तो लगते

     ही है। 

Mi: लेकिन चुनाव के रिजल्ट तो दो दिनों में आते है। उन्हें  

      नौ महीने नही लगते। और परीक्षार्थियों के चार साल में   

      भी नही आते। 

M: यार पानी मिलेगा। 

( तभी स्मृति अहिरानीजी पानी लेकर आती है )

M: अरे आपने क्यों कष्ट किया स्मृति जी। 

S: प्रधान सेवक की सेवा करना हमारा धर्म है। आप ही से

    तो देश चल रहा है। 

M: ५० रूपए काट ओवर एक्टिंग के। यह तारीफ ट्विटर 

     पर शुरू रहनी चाहिए। प्रतिमा ही प्रतिष्ठा है। और अगली 

     बार तुम्हे अच्छा खाता दूंगा। 

(स्मृति अहिरानी खुशी खुशी चली जाती है)


M: देखा कैसो कैसों को संभालना पड़ता है। यह पहले 

     टीवी सीरियल में काम करती थी। अच्छा एक्टिंग करती

     थी। लेकिन राजनीति में भी इसका जवाब नही है। 

Mi: वैसे एक्टिंग में आप भी ब्रेड पिट से कम नही है। 

     चुनाओ के समय कहते है गंगा स्वच्छ हो जायेगी लेकिन 

     गंगा आज भी मैली की मैली है सर।

M: तुम कभी बनारस गए हो बेटे। वाराणसी काशी विश्वनाथ

     बाबा के दर पर। 

Mi: हा गया हू। आपने गंगा में नहाए है मोदीजी।

M: हा। हमारी तो जिंदगी ही गंगा के किनारे कटी है। 

Mi: लेकिन मै गंगा नही नहाया। मैने सोचा मैने तो कभी कोई 

     पाप नहीं किया। और किया भी हो तो उस गंगा को मै       

     और मैली क्यों करू। गंगा आज भी रो रही है सर। 

M: मुझको एक बात बताओ। तुम अपना कमरा हर रोज 

     झाड़ते हो न। 

Mi: जी। आपने स्वच्छता मोहिम शुरुवात की तब से झाड़ता

      हू। उससे पहले मैं नहाता भी नही था। 

M: तो बेटे हर रोज रूम साफ करके भी दूसरे दिन कचरा आ

     सकता है तो इतनी लोकसंख्या होने के बाद, इतनी 

     आस्था विश्वास के देश में गंगा साफ होने में समय तो 

     लगेगा। हम लोकसंख्या बिल पर काम कर रहे है। 

Mi: मोदीजी क्या पार्टी में आपका डर खतम हो रहा है। 

      आपके पार्टी के महाराष्ट्र के राज्यपाल हो मंत्री चंद्रकांत 

      पाटिल हो वह महापुरुषों पर विवादित बयान देते है। तब

      सवाल आपके पार्टी के विचारधारा पर उठता है।

M: हमारी विचारधारा तो गांधी और पटेल की है। और हमसे 

     तो पाकिस्तान भी डरता है तो ये कोश्यारी, चंद्रकांत कौन 

     है। और देखो ऐसे विवादित बयान हम ही नही देते। 

     राहुल गांधी जो सावरकर पर बयान देते है उनका तुम्हे 

    कुछ नही लगता। 


Mi: लेकिन राहुल गांधी को उकसाता कौन है। आपकी 

    पूरी आईटी सेल उनके खानदान को बदनाम करने में 

    लगी है। आप हर गलती नेहरू की गलती मानते है। 

    आपकी पार्टी खुद की हर गलती को इमरजेंसी को कारण

    बताती है। आईटी सेल ने महात्मा गांधी को भी नही छोड़ा  

    तो वह तो बोलेंगे ही। अभी आपके सांसद रवि किशन ने 

    चार बच्चो कारण भी नेहरू को बताया। 

M: इनका उतनी तरफदारी कर रहा है तो उनका ही इंटरव्यू 

    लेता। 

Mi: तरफदारी की बात नही है मोदीजी। और ना ही मै 

      किसी का समर्थक हू। मै देश का नागरिक 

      हु मुझे जो दिखता है, महसूस होता है वही मै बोलता हूं।

M: देखो बेटे यह राजनीति में विपक्ष को समाप्त करने केलिए

     बदनामी से बेहतर रास्ता नहीं है। हमने उनकी छवि पप्पू

     बना दी। केजरीवाल को दहशतवादी बता दिया। सोनिया 

    को इटली वाली बोल दिया। परिवारवाद नही चलेगा का 

    नारा दिया। 

Mi: लेकिन बीसीसीआई के मुख्य सचिव तो अनीत शाह के 

     बेटे है जो इन दिनों भारतीय क्रिकेट को नीचे लाने में

     व्यस्त है। यह परिवारवाद ही हुआ। 

M: मेरी गोलियों का वक्त हो गया। मेरे डॉक्टर को बुलाओ 

     जरा। 

(उसी वक्त संबित यात्रा चिल्लाते हुए आता है)

M: क्या हुआ संबित जी इतना चिल्ला क्यों रहे हो। यह काम

     तुम्हे मीडिया में करने केलिए बोला है यहां नही।

SP: जी मोदीजी, वह अरनब के शो से सीधा भागा भागा 

      चला आया। आपकी गोलियां लाया हु। तुम कहते हो ना 

      हरीश की मोदीजी चोविस घंटे कैसे काम करते है। यह

      मेरी गोलियों का चमत्कार है। तुम्हे चाहिए क्या। 


Mi: नही नही संबित जी। मै २४ घंटे काम नही करता।

     मुझे रात को सोना भी होता है। मै मोर चित्ते का साथ 

     खेलना, या रैलियां करनी नही होती मुझे घर में मां के 

    साथ खाना खाने केलिए जाना होता है। लेकिन मै उस 

    वक्त कैमरा मैन लेकर घर नही जाता। 

Sp: आप तो हमारे भगवान मोदीजी जी पर शिकंजा चला 

     रहे है। तुम तो देशद्रोही हो, मोदीजी यह राष्ट्रवादी नही हो

     सकता। इसे आप पर जलन है। मोदीजी ने पाकिस्तान

     को सबक सिखाया इसे इसको जलन है। यह चीन का 

     यार है। कौन खिलाता है तुम्हे पैसे हाफिज सईद या 

     या लादेन की औलादें। मोदीजी हिंदू खतरे में है। यह 

     टुकडे टुकड़े गैंग का मेंबर है। इसे इंटरव्यू मत दीजिए।

M: ५० रुपए कांट ओवर एक्टिंग के। यह तमाशा मीडिया

     में करना। यह तो हम गप्पे लड़ा रहे है संबित जी। 

Sp: आप तो गप्पे ही लड़ाते रहते है मोदीजी। सॉरी सॉरी 

     गलती से मुंह से सच निकल गया। 

(संबित यात्रा भाग जाता है)


Mi: मोदीजी,आप पर आरोप है की चुनाव जीतने केलिए

     आप आर्मी का उपयोग कर रहे है। २०१९ में पुलवामा

     का सहारा लिया। सीमा पर तनाव की स्थिति ना हो पर 

     फिर भी जनता को घबराया जाता है। राफेल खरीदे,   

     फलाना काम किया, यह सब तो ठीक है लेकिन आर्मी को    

  आप आर्मी रहने दे। आपकी पार्टी आर्मी से ऊपर तो नही है

M: देखो बेटे, बचपन मै मुझे आर्मी में जाना था। मै करीब 

     चौदह पंधरा साल का था तब एनसीसी भी ज्वाइन करी

     थी। दुर्भाग्यवश आर्मी में नही लगा। भारत माता की सेवा

     करने की इच्छा थी, बहुत मेहनत की और आज हमारा

     झंडा चांद पर है। 

Mi: जी। लेकिन चांद पर झंडा हमारे वैज्ञानिकों ने फहराया 

     है। और मैने सवाल चांद का नही पूछा था। खैर आपको

     जवाब नही देना है तो वह आपकी मर्जी। 


M: बेटे तुम्हारे पापा क्या करते थे। 

Mi: जी आर्मी में थे। उन्होंने कारगिल युद्ध लड़ा कभी अपनी 

       देशसेवा और देशभक्ति का ढिंढोरा नही पीटा।

M: तुम राजनीति समझने केलिए बच्चे हो अभी। आजकल 

     छवि का जमाना है बेटा। हमारी पार्टी राष्ट्रवाद पर 

     आधारित है। 

Mi: आपके पार्टी का राष्ट्रवाद मै बखूबी जानता हू। लेकिन 

      जनता बेवकूफ नही है। वो कभी ना कभी तो समझ 

      लेगी ही। 

M: तुम जो कहना है कहो, आयेगा तो मोदी ही। 

Mi: आप आए तो भी स्वागत ना आए तो भी स्वागत। जनता 

     को केवल शिक्षा, सुविधाएं और रोटी से मतलब। खैर, 

     आपने कहा की आप गांधी पटेल की राजनीति करते है। 

     तो फिर सावरकर और गोडसे को आप बीच में क्यों लाते

     है। 

M: हमारी पार्टी हिंदुत्व की पार्टी है। मां भारती की गोद में न

    जाने कितने वीर पले बड़े। हमे वेदों की महान विरासत है। 

     राम और कृष्ण की संस्कृति है। गीता जैसा ग्रंथ विश्व को

     प्रेरित करता है। उपनिषद को पढ़ो कभी,आर्यभट, 

     रामानुजन, की भूमि है यह। 

Mi: मैंने आपको हिंदुस्तान की विरासत के बारे नही पूछा 

    था। मैने सवाल आपकी हिंदुत्व की राजनीति पर किया 

    था। 

M: देख बेटे तुम भी मुझे चालाक दिखते हो। अगर मैं 

    सावरकर, गोडसे को बीच में लाऊंगा नही तो हिंदू

    खतरे में कैसे दिखेगा। यह विकास तो होता ही रहेगा।

Mi: धन्यवाद यह बताने केलिए। मोदीजी सरदार पटेल के 

     पुतले को बनाने केलिए ३००० करोड़ रुपए खर्च हुए है। 

M: यार मुझे पोहा मिलेगा क्या। थोड़ी भूख लगी है।

Mi: मुझे तो लगा था आपको केवल सत्ता की भूख लगती

     है। खैर,


(उसी वक्त  विवाद अग्निहोत्री पोहा की प्लेट पकड़कर  लाता है)

V: मोदीजी, देश के विधाता मोदीजी…कश्मीरी फाइल मुवी

    से कमाए हुए पैसों से यह पोहा की प्लेट लाया हु। 

Mi: नमस्कार विवाद जी। 

V: हा कौन…

Mi: हम भी कलाकार है। विवाद जी वो आप hate story 

     जैसे मूवीज अब क्यों नही बनाते। 

V: अब देशभक्ति का समय है। इन दिनों मै वैक्सीन वॉर मूवी 

    पर काम कर रहा हु।

Mi: यह मूवी इलेक्शन के पहले तो नही आयेगी। 

V: तुम पोहे खाओगे हरीश। अगली फिल्म में काम

    दिलाऊंगा। मै चलता हु। 

Mi: यह तो बताइए विवाद जी, कश्मीरी पंडितों के भावनाओ

     से आपने पैसा कमाया। उससे कोई कश्मीरी पंडितों

     केलिए स्कॉलरशिप या मदत करी या नही। क्यों की

    आज भी उनका आंदोलन जारी है। आपने तो मुंबई

    में बीस करोड़ का फ्लैट ले लिया। अच्छा है। यहां तक

    की आपने लिखी किताब अर्बन नक्सल भी झूट पर

    आधारित है। 

(विवाद अग्निहोत्री जाता है)


M: पोहा अच्छा बना था। एक जमाने में मै भी पोहा बेचा 

     करता था। 

Mi: सवाल सरदार पटेल का था मोदीजी। 

M: अरे सरदार ने देश बनाया था, उनके लिए हम एक स्टेच्यू

    नही बना सकते। यूनिटी के प्रतीक है वह। तुम्हे इसमें 

    जलन क्यों भाई। 

Mi: जलन नही है। लेकिन एक कहानी सुनाता हु वह सुनके

      आपका कोई नेता आपके लिए बरनोल जरूर लेके 

      आयेगा। 


M: ऐसी कौन सी अद्भुत कहानी है भाई। 

Mi: देश में जब गोडसे ने गांधीजीकी हत्या की। तब नेहरू ने 

      पटेल से कहा की पार्टी के नेता बापू का बड़ासा पुतला 

     होने की मांग कर रहे है। तब जानते है पटेल ने क्या कहा

     "बापू को यह पुतले बितले पसंद नही थे और मै भी इसके 

     खिलाफ हु। देश गरीबी में है और हम उनकी कमाई पुतले

     मै लगादे यह घोर पाप होगा"

     जरा सोचिए आपके ३००० करोड़ मै कितने मजदूर, 

     मिडल फैमिली के खून का पैसा शामिल होगा। उससे बना

     ये पुतला देखकर क्या पटेल की आत्मा को क्षति नहीं 

     पहुंची होगी। 

M: यार जरा, तुम्हारे पास रुमाल है

Mi: क्या हुआ, वह चस्मा खराब हो गया लगता है। 

M: लगता है आपने भी धृतराष्ट्र की तरह अंधा चस्मा पहना

     है पार्टी प्रेम में। यह लीजिए रुमाल। (मैने अपना रुमाल 

     दिया)

(उसी वक्त अनित शाह बर्नोल लेके आता है)

A: प्यारे मोदीजी यह लीजिए बरनोल। 

M: यह किस लिए मोटा भाई। 

Mi: नमस्ते मोटा भाई। क्या आप मुझे गायब तो नही करेंगे।

A: क्या हुआ महाशय। 

Mi: मोटा भाई आपने बीजेपी आईटी सेल के बारे मैं सुना

     होगा। 

A: सुना क्या मैने ही बिठाया है। आगे बोलो

Mi: आपने अब तक करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए 

     आईटी सेल में लगा दिए। तीस हजार युवाओं को 

     बिठाकर आप उनसे बदनामी का कृत्य करा रहे है। 

A: तो तुम्हे इससे क्या दिक्कत। 

Mi: हा दिक्कत तो है। यह काला धन कहा से आया। यह

      सब किसके पैसे से चल रहा है। 

A: देखो बच्चे उंगली नई। नही तो कल सुबह तक तुम्हारा

    आधार कार्ड भी नही बचेगा।

M: इतना सच नही बोलना था। 

Mi: इसी डर से आपने मीडिया खरीदा, अब देश खरीदेंगे। 

A: देखो जो उखाड़ना है उखाड़ो। आयेंगे तो मोदी ही। 

M: केवल मेरे आने से नही चलेगा। औरों को भी बोलो थोड़ा

     काम कर लिया करे।


(अनीत शाह जाते है)

Mi: मोदीजी इतना काम करते है आप, कौन है आपका हीरो।

M: मेरे जीवन के हीरो तो विवेकानंद है। उनके ही मार्ग पर मै

     चलता हु। 

Mi: क्या उनके ही हिंदुईज्म पर आपकी सरकार चलती है।

M: स्पष्ट कहूं तो नही। विवेकानंद का हिंदुईज्म राजनीति में

     चल नही सकता। उन्होंने हिंदुईज्म की महानता पूरे विश्व 

     बताई थी। हम हिंदुईज्म को हिंदूत्व का नाम देकर उसे 

     खराब कर रहे है। क्योंकि ऐसा नहीं करेंगे तो पार्टी, 

     सरकार किस मुद्दो पर चलेगी तुम ही बताओ। 

Mi: हा यह भी ठीक है। विवेकानंद तो कहते थे की अगर 

     तुम्हारे पड़ोसी भूखे है तो मंदिर में प्रसाद चढ़ाना पाप है।

M: वही तो। अब तुम्हे समझ आ रही है राजनीति। कुछ

     दिन बाद तुम टेढ़े मेढे सवाल भी नही करोगे। 

Mi: क्यों। गला दबा जायेगा मेरा?

M: अरे नही बेटे। तुम भी हमारे लाखो जैसे बन जाओगे। अंध

     भक्त। 

  (उसी वक्त यूपी के योगी बुलडोजरनाथ आते है)


M: जी कहिए योगिजी। कैसे है। 

Y: गोरखपुर का प्रणाम स्वीकार करो प्रभु। 

M: क्या चल रहा है राज्य में।

Y: वो पठान फ्लॉप करवाने का ठेका दिया है कुछ भक्तों को

Mi: बाकी शिक्षा का क्या हाल है योगीजी। 

Y: यूपी के सिलेबस में गीता, रामायण लागू कर रहा हु। 

Mi: अच्छी बात है, उससे यूपी के मजदूर महाराष्ट्र तो नही

     आयेंगे न। वहा के पानीपुरी वाले भी हमारे यहां ठेला डाले

     हुए है। 

Y: हमारा उत्तरप्रदेश बदल रहा है। अब वह शासन नही है जो 

    पहले था। हम हिंदुओं केलिए है। यहां अब राम राज्य 

    आयेगा। अयोध्या के मंदिर का उद्घाटन है अभी तुम जरूर

   आना। देखना बदला हुआ यूपी। 

Mi: हम घूमे है यूपी, हम तो पैदा भी यूपी में हुए है। यहाँ

    के युवकों के हात में कलम से ज्यादा कट्टा दिखता है योगी

    जी। 

Y: देख लड़के हम संत आदमी है इसलिए सुनके ले रहे है। 

Mi: संत आदमी पर भी मर्डर के चार्जेस है। वाह…तुकाराम

    भी शर्मा जाएंगे। 

Y: हिंदुओं को शस्त्र और शास्त्र दोनो उठाने चाहिए। 

Mi: क्या करोना काल में राम मंदिर का भूमि पूजन लोगो

     को भटकाने केलिए किया था। 

Y: राम मंदिर हमारी आस्था हमारी संस्कृति है। हमारी पार्टी ने

    एक महान उद्देश को साकार किया है। 

Mi: आप गीतगोविन्द में कृष्ण की प्रेम वाणी क्यों नही 

     समझाते। हमेशा भड़काते ही क्यों है। 

Y: जो जिस भाषा में समझेगा हम समझायेगें। 

Mi: लोगो के घर तुड़वाएंगे।

Y: बिल्कुल। हमारा तो सपना है अखंड भारत। 

Mi: वो भी आप पूरा करेंगे


Y: बेशक…

Mi: पाकिस्तान पर अणु बॉम्ब डालकर, बांग्ला देश में जहर 

     बांटकर, अफगानिस्तान में बाढ़ लाकर, म्यानमार को मजा

     चखाकर आप कैसे बनाएंगे अखंड भारत।

M: इतना सच नही बोलना था। 

Y: आगे आगे देखो होता है क्या।

Mi: योगिजी आप सावरकर जी को मानते है। 

Y: वो तो परम पूज्य है हमारे। 

Mi: सावरकर जी गाय को केवल एक उपयोगी पशु मानते 

     थे। क्या आप भी उतना ही मानते है। 

Y: गाय तो हमारी गो माता है। ३३ कोटि देव है उसमे। 

    हमारी आस्था का प्रतीक है। श्रद्धा है। 

Mi: तो आप सावरकर जीके आईडियोली जी से भटके न। 

Y: देख बेटा। राजनीति में जितनी काम की चीजे है उतनी  

    उठाओ जो नही है उसका गाना मत गाओ। 

(योगिजी चले जाते है)


Mi: मोदीजी आप जानते ही होंगे हंगर इंडेक्स की सूचीमे

     भारत १२२ देशों के सूचिमे १०७ वे स्थान पर है। क्या 

      दंगा भड़काने से हमारे प्रॉब्लम दूर हो जाएंगे। 

M: होत होत होता है अभ्यास और विकास। यह गरीबी 

     हजार सालो से चली आ रही है। हमारे प्रयास जारी है। 

Mi: मेरी एक सीधी सोच है। अगर आपको हिंदुस्तान का 

      इतिहास समझाना है तो शिक्षा नीति में बदल करे। 

      पर मीडिया में झूठ पर झूठ फैलाकर आपके जो 

      कार्यकर्ता काम करते है वह देश के एकता को तोड़ने

      का कार्य है

M: हो गया इंटरव्यू। ज्यादा ज्ञान मत झाड़। हमे पता है 

     क्या करना है क्या नही। 


Mi: लीजिए पानी पीजिए। 

M: शुक्रिया

Mi: आप तो बुरा मान गए चौकीदार जी। बस एक 

     आखरी सवाल। अभी आपने फ्लाईओवर का 

      उद्घाटन किया है बहुत अच्छी बात है। लेकिन 

     फ्लाईओवर के नीचे सोने वाले लोगो का मकान छीन

     गया। उनके लिए सरकार के पास कोई स्कीम है। 

M: मेरे पास सिर्फ एक स्कीम है। पच्चीस दिन में चुनाव 

     जीतो। सत्ता में ना आए तो या तो पैसो का लालच देकर, 

      ईडी लगाकर, धमकाकर, साम दाम दण्ड भेद। बोल दिया 

      सच। अब खुश। जाऊ…

Mi: अच्छा एक एक एक सवाल। गडकरी जी इतना अच्छा  

       काम रहे है लेकिन पार्टी ने उन्हें कार्यकारिणी संसदीय  

       बोर्ड एवं केंद्रीय चुनाव समिति से हटाया गया। इसके          

      पीछे क्या कारण है। 

M: संघ जो फैसला लेता है, वह हमे फॉलो करते है। बाकी 

     राष्ट्रवाद तो है ही। ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। 

Mi: अच्छा तो नीरव मोदी और विजय माल्या का क्या हुआ

      , अच्छा छोड़िए ताजा खबर पूछता हु, 

      जब मौरबी में पुल गिरने के बावजूद भी आपने पहले  

      तीन रैलियां की उसके बाद अपना बयान दिया। ऐसा 

      क्यों।


M: यार तुम सब इल्जाम मुझपे लगा रहे हो। तुम्हारे पीछे   

     ईडी लगा दू, बीजेपी आईटी सेल लगाऊंगा, नही तो कल   

     फर्जी मुकदमा दर्ज कराऊंगा।

Mi: सॉरी सॉरी मायबाप। 

M: अब आया ना लाइन पे। यह सब नेहरू की गलती है।

     छाप देना कल के अखबार में।


(उसी वक्त रामदास साठवले, स्मृति अहिरानी, कंगना झुटी बगावत, संबित यात्रा आते है) 


R: मै मोदीजी को घालता हु फेरी, मंत्री पद देने में ना करे 

     देरी     

Si: मै राहुल गांधी पर करूंगी टीका, भलेही गोदी मीडिया

     हो बिका। सिर्फ इमरजेंसी है अपनी कहानी, विकास कब 

     होगा पैदा, करेंगे बात तूफानी। 

K: देश में डर फैलाएंगे, जुमले से देश दहलाएंगे। 

Sp: हिंदुओं में खतरे की आग, इंकलाब इंकलाब।


M: शब्बास मेरे चमचों।  

  

( हरीश अपना मुखोट्टा उतारता है। उसमे रवीश कुमार का सिर दिखाई देता है)

रवीश: तो आखिरकार मैने मोदीजी का इंटरव्यू ले ही लिया। 

         वह मेरा चैनल तो खरीद पाए। लेकिन एक सच्चे

        पत्रकार की पत्रकारिता को वह खरीद नही सके। 

        मुझे मैगसेसे तो मिला वो भी इन्हे उनके मीडिया की 

        तरह झूठा मालूम होता होगा। खैर आवाज उठाना

        मेरा काम है। किस दिन मैं भी गायब हो जाऊंगा 

        यह किसी को मालूम नही। आप भी जागरूक नागरिक

        बनकर सवाल पूछते रहिए। अपने हक केलिए लड़िए।

        शिक्षित युवा अगर इस आग को अंधा होकर मोबाइल 

        की स्क्रीन पर pubg खेलेंगे तो यह सत्ता के भोगी

        लोभी जानवर के जैसे तुम्हे नोच खाएंगे। ऐसे ही  

         बेवकूफ बनाकर आपके साथ खेलेंगे। मेरा काम है

        है समझाना। देश लहू की आग मे जलने से पहले

        युवा को आवाज उठानी होगी। मुझे दे इजाजत। 

        आपका रवीश कुमार। 


       

(और अचानक मैं नींद से जाग गया। सुबह हो चुकी थी। मैंने

दरवाजे पर पड़ा न्यूज पेपर उठाया। पहली न्यूज थी मोदी है देश के राष्ट्रपिता, अमृता फडणवीस के विवादित बोल)

मै बहुत हंसा बस यही देखना बाकी है। 


दिलसे बुरा लगता है भाई मै बस इतना ही। 

Harish…..💌


अगर हातोंसे उम्मीदों का शीशा छूट जाता है

पलभर में ही ख्वाबो से पीछा छूट जाता है

अगर हम लोग थोड़ी देर लड़ना बंद करे तो

सियासी सुरमावो का पसीना छूट जाता है

शारिक कैफ़ी। 



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