What Sleep does to our Body?



What Sleep does to our Body?

क्या आप जानते है: इंडिया के लगभग तीस मिलियन से ज्यादा लोग स्लीपिंग डिसऑर्डर से परेशान है। जी हा! 

एक रिसर्च के अनुसार लगभग ३३ पर्सेंट लोग इनसोमनिया यानी नींद न आने से परेशान है। 

कहते है की हमारा देश युवाओं का देश है, कल का future है। लेकिन क्या ये future ठीक से सो भी नही पाता। ये बहुत ही सीरियस इश्यू है।  

हम जानेंगे ऐसी गहरी बाते जो की हमारी education system में कभी पढ़ाई नही जाती। हम जानेंगे sleeping disorder की प्रोब्लम क्यों बढ़ी है। और उसके बारे में रिसर्चर्स की report,  Science behind sleeping, नींद के बारे में हमारे शास्त्रों में क्या कहा गया है। अच्छी नींद केलिए हम क्या कर सकते है। 

हमे नींद की जरूरत क्यों है? 

Health is directly proportional to Sleep. 

जी हा। हमारे sleep का brain function पर direct impact होता है। 

अगर आप कम सोते है तो हमने दिन भर क्या सीखा, उसे ब्रेन प्रोसेस नही कर पाता। आपकी remebering ability कम हो जाति है। 

रिसर्चर्स कहते है की sleep is big reason behind removal of waste products from brain cells. इसी कारण जब हम नींद से जागते है तो हमारा ब्रेन तुरंत काम करना शुरू नही करता। 

What happens when we face sleep issues: 

  • Risk of many diseases and disorders 
  • Heart disease
  • मोटापा आना और मोटापे की वजह से स्ट्रोक आना 
  • dementration याने कुछ लोग पागल भी हो जाते है। 
  • Heat की प्रोब्लम हो सकती है। 

रिसर्च: 

नेशनल स्लीप फाउंडेशन ने किए रिसर्च के अनुसार ९५ percent लोगो ने कहा की वे bed time के वक्त electronincs gadget mobile, tablets का use करते है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज हमारे नींद की क्वांटिटी एंड क्वालिटी को खराब करती है। 

Technology affects the brain and stimulating mind. 

Screen के sounds and blinking light के वजह से हमारे अंदर melatonin नाम का dark Harmone produce होता है, जो sleep-wake cycle का काम करता है। 

लेकिन सबसे ब़डा सवाल की हम नींद को कॉम्प्रोमाइज क्यो करते है? 

१) competition at work places 

आज के समय का ये सबसे महत्वपूर्ण कारण है। हमारे कुछ goals, desire होते है, जिसे अचीव करने केलिए हम सब कुछ भूल जाते है। यहां तक नींद भी! Working places आगे बढ़ने की competation, अच्छी salary ki hopes कही न कही हमारे नींद पर असर कर रही है। 

2) insomnia: ये एक mental disorder हैं। जिसकी वजह से नींद ही नहीं आती। डिप्रेशन हो, कोई बीमारी, लाइफ से दुखी होना यह insomnia के नॉर्मल reasons है। 

3) sleeping pattern change: 

Sleeping pattern change होने के पीछे कई वजह है। अगर आप नाइट शिफ्ट में काम करते हो, आपने किसी दिन देर रात तक मूवी या वेब सीरीज देख ली, सोने के समय कैफिन या ड्रिंक की आदत, स्लीपिंग पैटर्न को change करती है। 

४) increasing working hours: 

ये प्रोब्लम लगभग सभी फील्ड में है। आईटी सेक्टर हो या सामान्य मजदूर, वर्किंग hour बढ़ने से, कंपनी की रोज की loud आवाजे सुनने से, एक ही जगह बारा बारा घंटे बैठने से, busy hectic schedule से उसका सीधा असर आपकी नींद पर हो रहा है।   

५) Less community gathering: पहले के जमाने में लोग एक दूसरे से मिलते थे, दिल की बाते करते थे लेकिन आज के दौर में

Community gathering बहुत ही कम हो गई है। इसी कारण हमारे अंदर जो कुछ अच्छा बुरा चल रहा होता है वह हम इक दूसरे से शेयर नही कर पा रहे है इसीलिए स्ट्रेस बढ़ कर नींद inswing या outswing की तरह भाग रही है। 

6) decline in economic growth: इकोनॉमी जैसे ही गिरती है उसका सीधा असर youth के जॉब और शेयर मार्केट पर होता है। जिसकी वजह लाखो बेरोजगार युवा और money investor insomnia से suffer होते है। 

7) increased screen time and advancement in technology. 

एक रिपोर्ट अनुसार indians दिन में 7.2 hrs phone पर बिताते है। ये चौकाने वाला आंकड़ा अमेरिका और चीन से भी बड़ा है। 

टेक्नोनोलॉजी में हुए रिवोल्यूशन से फायदा तो बहुत हुआ है लेकिन लोगो का peace, happiness कही खो सा गया है। 

international classification of sleep disorders-2 (2005) (ICSD-2) ने नींद के कारण होने वाले पाच डिसऑर्डर बताए है. 

Insomnia याने की नींद न आना 

Sleep related breathing disorders 

Hypersomnias याने नींद आने की बीमारी  

Circadian rhythm sleep disorder इसे बॉडी क्लॉक भी कहते है। हमारा बॉडी क्लॉक हमारा खाना, digestion, नींद और अन्य process के समय को जानता है.

Parasomnia याने नींद में बोलना, चलना। 

Nind mein kya hota hai:

क्या आप जानते है हम हमारे लाइफ के one quarter से one third quarter time सोते है। पर हम जब सोते है तब क्या होता है? 

Sleep एक ऐसा समय होता है जहा हमारा brain different activities में engaged होता है। 

आपके sleeping time के दौरान आपका ब्रेन दो अलग अलग टाइप के sleep cycle से चलता है। 

१) REM - rapid eye movement sleep

२) non rem sleep

इस cycle का पहला भाग यानी non rem sleep में चार stages होते है। 

पहला : awake and falling sleep

दूसरा : लाइट स्लीप. इसमें हमारी heart beat and breathing regulate होती है। बॉडी का temperature कम हो जाता है। 

तीसरी और चौथी स्टेज है: deep sleep. 

This is most important stage. इसमें लर्निंग, मेमोरी, दिन में किए गए सभी task पर प्रोसेसिंग किया जाता है। 

REM sleep: 

इसमें हमारी आंखे पड़दे के पीछे चली जाती है यानी की हम सपने में चले जाते है। हमारी breathing बढ़ जाती है। हम सोते समय ज्यादा तर इसी साइकिल में होते है। 

Indian scriptures/ importance of sleep/Technology: 

आयुर्वेदने नींद को food, ब्रम्हचर्य के बाद three pillars of good health कहा है। आयुर्वेद के अनुसार सोने केलिए bed पर जाने का प्रॉपर टाइम रात को दस बजे है, तो हमे सुबह सनराइज से पहले उठना चाहिए। 

According to चरक संहिता हमारी हैप्पीनेस, nourishment, strength, knowledge ये सब अच्छी नींद पर डिपेंड होता है। 

दोस्तो ऐसा नहीं है की नींद की समस्या केवल नॉर्मल लाइफ जीने वालो को ही होती है। बहुत सारे सेलिब्रिटीज है जो स्लीप इश्यूज से गुजर चुके है और अभी भी गुजर रहे है। 

Real life examples: 

  • The Sleep Awareness Month की brand ambassador famous actress विद्या बालन भी sleeping disorder की शिकार हो चुकी है।
  • विद्या बालन अपने weight को लेकर परेशान थी और उन्हें रात के तीन तीन बजे तक जागने की आदत थी। उनका वजन भी उनके स्लीपिंग डिसऑर्डर से ही बढ़ा था। 
  • इतना ही नहीं हॉलीवुड के क्रिस्टोफर नोलन, हिंदी फिल्मों के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान भी imsomnia याने की नींद नहीं आने को झेल चुके है। 
  • प्रसिद्ध संगीतकार बप्पी लाहिरी की मौत "ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया" यह नींद से जुड़ी बीमारी से हुई है।
  • ब्रिटिश पंतप्रधान विस्टन चर्चिल को भी स्लीप narcolepsy disorder था। इसकी वजह से हमारे brain का स्लीपिंग cycle change हो जाता है। 

दोस्तो सोचिए आपके पास बहुत पैसा है, शोहरत है, लेकिन अच्छी नींद नही है, क्या आप mentally happy रह पाएंगे? नही। 

Mentally physically sleep kya krti hai:

  • नींद एक ऐसा टॉनिक है जो हमारी पूरी थकान और तनाव मिटा देता है। Sleep और mood का गहरा नाता है। 
  • अच्छी नींद के कारण हमारा mood, हमारी सेहत अच्छी रहती है। स्ट्रेस कम होता है। 
  • हमारी calorie regulation and blood sugar regulation balance रहता है। 
  • प्रॉपर weight मेंटेनेंस रहता है। 
  • हमारे memory improve होती है।
  • हम अच्छे डिसीजन लेने में help होती है। 
  • नींद में हमारी बॉडी और mind repair होते है। बॉडी अपनी loss की हुई एनर्जी restore करती है। हमारा concentration बढ़ता है। 

The process of getting good sleep. Avoid large meals, caffeine, alcohol before bed time. daily Exercise करे. 

Remove electronic devices…tv, computer, smart phone from your bedroom. 

Sleeping schedule बनाए और उसे फॉलो करे। yoga, meditation यह mental peace केलिए रामबाण औषधि है। और अंत में बस आप अपने plan पर कंसीटेंट रहिए।  

Ancient India wisdom about sleep: 

(6.16 bhagvat gita)

भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को नींद के बारे में गहरी बात बताई है, 


नात्यश्नतस्तु योगोऽस्ति न चैकान्तमनश्नत: ।

न चाति स्वप्नशीलस्य जाग्रतो नैव चार्जुन ।।

कृष्ण कहते है की जरूरत से ज्यादा सोना और कम सोना हमारे health केलिए हानिकारक है। ज्यादा सोने से इंसान आलसी हो जाता है तो कम सोने से हमारी चेतना पर असर पड़ता है। 

दोस्तो, नींद को महान महान लोगो ने बड़ी अहमियत दी है। अपनी सुन्दरता को निखारने केलिए हॉलीवुड beauty queen Marlon Munro नौ से दस घंटे सोती थी। 

नोबल पुरस्कार winner दलाई लामा कहते है की "sleep is best meditation" 

Hollywood के जबरदस्त actor thommas Dekker कहते है की sleep is the golden chain that ties health and our bodies together. 

All you need is sleep- Benjamin Franklin 




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