How To Build Healthy Relationship Using Ancient Wisdom:


How To Build Healthy Relationship Using Ancient Wisdom: 


दोस्तो, वेलेंटाइन डे आ रहा है. हो सकता है की आपकी क्रश किसी गार्डन में आपके गुलाब के इंतजार में बैठी हो या आप भी उससे अपना इश्क जाहिर करने के सपने देख रहे हो. 

जैसे ही वैलेंटाइंस डे आता है मार्केट में टेडी बीयर, गुलाब और गिफ्ट्स खरीद ने केलिए मार्केट couples से भर जाते है.

फेब्रुवारी आते ही रिलेशनशिप का क्रेज सातवे आसमान पर जाता है. रोज डे, चॉकलेट डे, प्रपोज डे पर हर साल हजारों नए रिलेशनशिप बनते है. लेकिन क्या ये रिलेशंस लंबे समय तक टिक पाते है या उनका भी होता है प्यार का पंचनामा?


सबसे पहले समझते है की ये relationship का चक्कर क्या है बाबू भैया!

हम है तो human ही! हम सब love को ढूंढ रहे होते है. इंसान ek social animal hai aur wo अकेला रह नही सकता उसे प्रेम की नितांत आवश्यकता होती है. इसीलिए हम एक दूसरे से हमेशा connected होना चाहते है. 

तभी हमे किसी से प्यार हो जाता है. और दो चार मुलाकातों के बाद लड़का लड़की में attachment बढ़ती है और वे साथ रहने लगते है. इसे हम "relationship" का नाम देते है. 


रिलेशनशिप का यूं तो मतलब होता है की आपका किसी व्यक्ति से friendly or loving connection होना या जिस person को आप like करते है उससे romantic and passionate attachment होना.

यूथ के लिए relationship means आपके पास कोई ऐसा साथी हो जिसके साथ आप वक्त बिता सके, साथ में घूम सके, दिल की बात कह सके, अपने फिजिकली नीड्स को पूरा कर सके, पार्टी में नाच सके, 


लेकिन रिलेशनशिप की हकीकत Bollywood Movies की तरह नही होती. आजकल इसकी reality puncture cycle की तरह हो गई है. जिसमें टायर तो है लेकिन इमोशन नाम की हवा नही है. आज के youth के लिए  relationship का मतलब क्या है? ये मै नही बताऊंगा? 

ये इंडिया की हैप्पीनेस ग्रोथ इंडेक्स ही बता देगी। जी हा! 2022 के अंत में इंडिया का हैप्पीनेस ग्रोथ इंडेक्स की सूची में 146 वा नंबर है. शर्म की बात तो यह है की इस लिस्ट में हम पाकिस्तान, श्रीलंका से भी नीचे है. 

Spirituality और philoshophy के इस महान देश में इस उदास चेहरे के पीछे "relationship" नाम का फैक्टर बहुत मायने रखता है. 

India में 30 million से ज्यादा youth Dating Apps का use करते है (tinder,Bumble). कई लोग सालो tak एक साथ रहने के बाद भी ब्रेक अप कर लेते है. 


लेकिन ऐसा क्यों? they really believe it to be the future of romance? 

आज Youth के मन में relationship को लेकर बहुत सी चीजे बदली है. आज कल लोग relationship में तो होते है लेकिन serious नही casual! 


Casual means without emotional bonding के आप जिस पर्सन से attract हुए है उनके साथ chill out करना, physical attraction, happiness, sex, डेटिंग करने की इच्छा रखने के लिए ये relationships होते है. 


इसी कारण वन नाइट स्टैंड, लूट कॉल, friends with benefits, hooking up and friends जैसे words आप ने भी सुने होंगे. 


But Why people date casually:

आज कल सबकी लाइफ इतनी फास्ट हुई है की 

लोगो के पास टाइम की कमी है. इसलिए to avoiding the emotional attachment, 

इस रिश्ते में कमिटमेंट की जरूरत नही होती, और intimacy, companionship के साथ लाइफ को जीने केलिए, ये कैजुअल डेटिंग होती है. 


According to some researches, 

आज के Youth में Fear to love, Trust issues, Lack of communication, Self-goal, Aloneness, Social media, दूसरो को समय ना दे पाना, फास्ट लाइफस्टाइल की वजह से vague relationship बढ़ गया है. लेकिन इसके कुछ परिणाम भी है जो की आपको चिंता में डाल सकते है. 


Casual relationship turns serious: 

Yes. यह पूरी तरह से possible है की ऐसे ही शुरू किया गया रिश्ता serious कब बन जाए पता ही न चले. और यह बिलकुल normal नहीं है कि कोई relation दिल के सभी मामलों की तरह कुछ और ही बन जाए.  

कैजुअल रिलेशनशिप की वजह से Sadness, Unhappiness, Demotivation, Depression हो सकता है. उसके बाद अरिजित सिंह के sad songs सुनना, दारू, सिगार की लत युवाओं में आम बात हो जाती है. 


क्या आज के समय भी ideal relationship even exist करते है?

सबसे पहली बात, कोई भी रिलेशन ideal नही होता. सब में उन्नीस बीस होते ही है. कोई भी रिश्ता परफेक्ट नही होता लेकिन उस रिश्ते को परफेक्ट बनाया जा सकता है.  

राधा कृष्ण, राम सीता, शिव पार्वती के इस देश में आज भी  बहुत सारे relationship हुए है जिनसे हम प्रेरणा ले सकते है. 


Examples:

अभिनेता पंकज त्रिपाठी और उनकी पत्नी मृदुला की जोड़ी ने संघर्ष के दिनो मे भी इन दोनो ने एक दूसरे का साथ नही छोड़ा. 

२०१८ में upsc top करने वाले कनिष्क कटारिया ने अपने success का श्रेय अपनी गर्लफ्रेंड सोनल को दिया था जो बाद में उनकी पत्नी बनी. 

गुगल के सीईओ सुंदर पिचाई की पत्नी अंजलि ने हर घड़ी अपने हमसफर का साथ दिया.  

तीस साल की उम्र में पहला इंटरनेशनल मैच खेलने वाले 

वाले सूर्यकुमार यादव की पत्नी देवीशा ने सूर्या का साथ दिया, कैंसर होने के बावजूद पत्नी ताहिरा को हिम्मत न हारो कहने वाले आयुष्यमान खुराना!! 

इन्होंने संघर्ष के पलो में भी हिम्मत नही हारी और रिलेशनशिप को और भी खूबसूरत बनाया. 


हमारे Ancient wisdom मे relationships के पांच स्टेजेस हुआ करते थे "काम, शृंगार, मैत्री, भक्ति और सेल्फ लव." 

इसका मतलब physical attraction, romance, friendship, 

Relationship में भक्ति का मतलब अपने पार्टनर से हमेशा truth और kind रहना, एक दूसरे का सम्मान करना, समझना, खुद को प्रेम करना क्योंकि खुद को प्रेम करने वाला व्यक्ति ही दूसरो को प्रेम कर सकता है, इस प्रकार रिलेशनशिप बिल्ड होते थे. 


Ancient time में relationship का मतलब 

मरते दम तक एक दूसरे पर Trust रखना, एक दूसरे के प्रति सभी duties follow करना, अच्छे बुरे समय में साथ देना होता था. उस समय Relationship को पवित्र रिश्ता माना जाता था. 

आज के समय में ऐसी बात नहीं है की सभी रिश्ते अच्छे या बुरे है, लेकिन आज के दौर में कही न कही रिश्तों की अहमियत कम होती जा रही है. और इसी वजह से आजकल divorce के cases ज्यादा हो रहे है. 


भगवदगीता में हमे healthy relationship build करने  केलिए कृष्ण ने बहुत सारी बाते बताई है. उस समय की बाते आज भी human relationship केलिए गोल्डन वर्ड्स है. 


कृष्ण ने छह फैक्टर बताए है जो की हमारे रिश्तों को ऊंचा बनाते है: 

उनमें सबसे पहले है Respect. मान लीजिए कोई आपसे बहुत प्रेम करता है पर आपकी respect नही करता, आपको बात बात पर ताने मारता हो!! तो क्या आप इस रिलेशनशिप से खुश होंगे? आप कहेंगे की भाई तू भाड़ में जा. मै अकेला ही ठीक हु. 

कोई भी रिश्ता respect पर ही टिका  होता है. प्यार से ऊपर जो चीज है वो है Respect. रिश्ते में हम जितना एक दूसरे को सम्मान देते है उतना ही रिश्ता और बेहतर होता है. 


दूसरी चीज है Faith याने विश्वास. Faith रिलेशनशिप का oxygen है. सोचिए अगर आपके पार्टनर पर आपका ट्रस्ट नही है, तो क्या आप दोनो में प्यार होगा? विश्वास प्रेम का अमूल्य गहना है. रिश्ते में जितना ज्यादा विश्वास उतना ही उस रिश्ते का जोड़ फेविक्विक से ज्यादा मजबूत होता है. 


availability and time: relationship में एक दूसरे को समझने केलिए time देना, एक दूसरे के लिए available रहना बहुत जरूरी है. आज कल बहुत लोग relation तो चाहते है लेकिन एक दुसरे को समय देना नही चाहते! शायद इसी वजह से casual relationship बढ़ते जा रहे है. मतलब क्रिकेट तो सीखना चाहते है लेकिन बैट पकड़ना नही चाहते. 


एक दूसरे को Accept करना: 

भगवत गीता में एक श्लोक है: 

सुखमापतितं सेव्यं दुःखमापतितं तथा चक्रवत् परिवर्तन्ते दुःखानि च सुखानि च ।।

हम जिस प्रकार लाइफ में आने वाली हमारी खुशियों को accept करते है. उसी प्रकार दुखो को भी accept करना पड़ता है। जैसे रथ का पय्या घूमता रहता है वैसे ही सुख और दुख भी आते जाते रहते है. 

रिलेशनशिप में कई बार ups and downs आते है, लाइफ हमारे हमेशा हमारे इशारे पर तो नही चल सकती, बहुत बार अच्छे वक्त के साथ बुरा वक्त भी आता है, कृष्ण कहते है ऐसे वक्त को accept करके दोनो को आगे बढ़ना होता है. 


love: प्रेम relationship में प्रेम सब्जी में डाले गए नमक की तरह होता है. नमक है तो सब्जी का स्वाद अच्छा होता है,. वैसे ही रिश्तों में प्रेम है तो वह रिश्ता है. 

पर ये प्रेम है क्या? 

प्रेम केवल attraction नही होता, प्रेम एक ऐसी भावना है जो केवल व्यक्ति की केवल सुंदरता नही देखती, वह गुणों को भी देखती है, 

Love means respect, trust care and freedom.  

सीता के लिए राम के आंसू, राधा का कृष्ण से बिछड़ना फिर भी एक दूसरे की फिक्र करना ही प्रेम है. शिव का पार्वती केलिए हजारों साल कैलास पर इंतजार ही प्रेम है. 

आपने 96 मूवी देखी होगी जिसमे जानकी और राम का रिश्ता physical attraction पर नही बल्कि मन की सुंदरता पर था, उनका बिछड़ता रिश्ता भी प्रेम का अद्भुत रूप है. प्रेम अव्यक्त भाव है जिसमे व्यक्ति छोटा बच्चा बन जाता है, रिलेशनशिप को खूबसूरत बनाने केलिए दिये गए efforts love है. 


और आखरी factor है 

communication:  जिसे lifeline of any relationship कहा जाता है.  सोचिए आपकी गर्लफ्रेंड आपसे नाराज है और आपने उससे क्या हुआ ये भी नही पूछा. ऐसे मैं आपका रिश्ता टूट जायेगा. communication यह ऐसा मेडिसिन है जिसकी वजह से रिश्ते की difficult से डिफिकल्ट प्रॉब्लम भी आसानी से solve हो सकती है.


Chanakya ने अपने नीति शास्त्र में कहा है की रिश्ते हमेशा प्रेम और विश्वास की नींव पर बनाने चाहिए। इनमे हमारे ego को आड़ नही आने देना चाहिए। 


एक healthy relationship कैसा हो ये राम सीता के रिश्ते से सीख सकते है. 

रामायण में सीता राजसुख का त्याग कर राम के साथ वनवास जाति है और जब रावण सीता का हरण करता है तब राम सीता को ढूंढते है, सीता और राम सुख दुख में एक दूजे का साथ देते है. 


Relationship में हमे एक दूसरे का साथ ही देना होता है, एक दूसरे को समझकर आगे बढ़ना होता है तभी वह रिश्ता निखरकर आता है. आप भी कृष्ण की इन बातो से अपना रिश्ता और खूबसूरत बना सकते है. 


 





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